The Conjuring की सच्ची कहानी – पेरोन फैमिली का खौफनाक अनुभव (1971)

साल 2013 में रिलीज़ हुई हॉरर फिल्म The Conjuring ने दुनियाभर में तहलका मचा दिया। फिल्म जितनी डरावनी थी, उससे भी ज़्यादा चौंकाने वाली बात यह थी कि यह एक सच्ची घटना पर आधारित थी।

इस फिल्म की कहानी पेरोन (Perron) परिवार और जाने-माने पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर्स एड और लॉरेन वॉरेन के इर्द-गिर्द घूमती है। आइए जानते हैं उस सच्ची कहानी को जिसने The Conjuring को जन्म दिया।


🏡 एक नया घर, एक नई शुरुआत… या एक नया डर

साल 1971, पेरोन परिवार — रॉजर पेरोन, उनकी पत्नी कैरोलीन, और उनकी पाँच बेटियाँ — अमेरिका के रोड आइलैंड (Rhode Island) के हैरिसविल नामक इलाके में एक पुराना फार्महाउस खरीदकर रहने आते हैं। यह घर 200 साल पुराना था और इसमें 10 कमरे थे।

परिवार नए घर में बहुत खुश था। लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उनका यह फैसला उनकी ज़िंदगी को हमेशा के लिए बदल देगा


👀 अजीब घटनाओं की शुरुआत

शुरुआत में कुछ छोटी-मोटी चीज़ें हुईं — चीज़ों का अचानक इधर-उधर हो जाना, फर्श पर खुरचने जैसी आवाज़ें, और दीवारों से आती धीमी फुसफुसाहट। लेकिन जल्द ही ये घटनाएं भयानक रूप लेने लगीं:

  • रात के समय दरवाज़े अपने आप खुलते और बंद होते
  • बच्चों को किसी अदृश्य शक्ति द्वारा खींचा जाता
  • फर्श पर चलने की भारी आवाज़ें आतीं
  • कैरोलीन को अक्सर नींद में किसी और की उपस्थिति महसूस होती

बेटियाँ दावा करती थीं कि उन्हें कोई “औरत” देख रही है, जो कभी-कभी उन्हें डराने आती थी। एक छोटी बेटी ने कहा कि वह एक “सड़े हुए चेहरे वाली औरत” को देखती है जो कहती है: “यह मेरा घर है”।


🧙‍♀️ भूत का नाम: बाथशीबा (Bathsheba)

वॉरेन दंपति की जांच में सामने आया कि इस घर का सबसे खतरनाक आत्मा थी बाथशीबा शेरमेन (Bathsheba Sherman) — जो 19वीं सदी में इस घर में रहती थी।

कहा जाता है कि बाथशीबा काले जादू (black magic) में लिप्त थी और उसने अपने बच्चे को शैतान को चढ़ा दिया था। जब गाँववालों को इसका शक हुआ, तो उन्होंने उसे समाज से बहिष्कृत कर दिया।

यह भी कहा गया कि बाथशीबा ने खुद को फार्महाउस के पास एक पेड़ पर लटका लिया और मरने से पहले अपने घर को शाप दे दिया:
“जो भी मेरे इस घर में आएगा, वह मर जाएगा या तड़पेगा।”


🧹 कैरोलीन पर हुआ कब्ज़ा

कुछ समय बाद कैरोलीन का व्यवहार अजीब होने लगा। वह अकेले रहने लगीं, गुस्सा करने लगीं, और बच्चों से दूर हो गईं। उन्होंने कहा कि उन्हें कोई आत्मा उनके शरीर में घुसने की कोशिश कर रही है।

परिवार का मानना था कि बाथशीबा ने कैरोलीन को अपना निशाना बना लिया था। अब बच्चों की जान खतरे में थी।


🕯️ वॉरेन दंपति की एंट्री

परिवार ने पैरानॉर्मल विशेषज्ञों एड वॉरेन और लॉरेन वॉरेन से संपर्क किया। लॉरेन वॉरेन एक क्लैरवॉयंट (स्पिरिट देखने वाली) थीं, जिन्होंने आते ही घर में एक “डार्क प्रेज़ेंस” महसूस की।

जांच के दौरान, वॉरेन दंपति ने पाया कि घर में सिर्फ बाथशीबा ही नहीं, बल्कि कई और आत्माएं थीं — जो कभी इस ज़मीन पर मरी थीं, जिनमें बच्चे, बूढ़े और आत्महत्या करने वाले लोग भी शामिल थे।


🙏 एक अनौपचारिक एग्जॉर्सिज्म (भूत भगाने की प्रक्रिया)

एड वॉरेन ने एक स्पिरिचुअल क्लींजिंग सेरेमनी शुरू की, जो एक तरह का भूत भगाने का तरीका था, लेकिन यह पारंपरिक “एक्जॉर्सिज्म” नहीं था।

इस दौरान कैरोलीन को ज़मीन पर जोर से पटका गया, वह चिल्लाने लगीं, और उनकी आवाज़ बदल गई। बच्चों को कमरे से बाहर किया गया। कई घंटों तक यह सेरेमनी चली और अंत में सब कुछ शांत हो गया।

हालांकि चर्च ने इसे आधिकारिक एक्जॉर्सिज्म नहीं माना, लेकिन उस रात के बाद चीजें धीरे-धीरे सामान्य होने लगीं


परिवार ने घर क्यों नहीं छोड़ा?

यह सवाल अक्सर पूछा जाता है कि अगर घर इतना खतरनाक था तो परिवार ने उसे तुरंत क्यों नहीं छोड़ा? असल में, उस वक्त परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, और उनके पास और कोई विकल्प नहीं था।

उन्होंने कई सालों तक वहां रहना जारी रखा और अंततः कुछ वर्षों बाद वह घर बेचकर दूसरी जगह चले गए।


🎬 The Conjuring फिल्म में क्या बदला गया?

फिल्म में कुछ दृश्य ड्रामेटिक इफेक्ट के लिए जोड़े गए, जैसे कि उड़ती हुई चीज़ें, दीवारों में से निकलती आत्माएं, और ज़्यादा एक्शन। लेकिन मुख्य घटनाएं, जैसे:

  • बाथशीबा का अस्तित्व
  • कैरोलीन पर आत्मा का कब्ज़ा
  • वॉरेन दंपति की मदद

…ये सब सच्चे घटनाओं पर आधारित हैं।


🧩 The Conjuring Universe की शुरुआत

The Conjuring की सफलता के बाद, इस पर एक पूरी यूनिवर्स बन गई जिसमें Annabelle, The Nun, और The Conjuring 2 जैसी फिल्में शामिल हैं — और इन सभी का मूल जुड़ा है वॉरेन दंपति के केस फाइल्स से।


📚 निष्कर्ष: डर, विश्वास और रहस्य

The Conjuring की सच्ची कहानी सिर्फ एक डरावनी घटना नहीं, बल्कि इंसानी विश्वास, रहस्य और अदृश्य शक्तियों के अस्तित्व पर सवाल खड़े करती है।

क्या आत्माएं सच में होती हैं? क्या कोई घर शापित हो सकता है?

पेरोन परिवार की कहानी इस बात का प्रमाण है कि कभी-कभी हकीकत, कल्पना से ज़्यादा डरावनी हो सकती है।


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